टोक्यो पैरालंपिक में सोमवार का दिन भारत के लिए बेहद खास रहा। भारतीय एथलीट्स ने जापान की धरती पर अपना जलवा बिखरा और एक ही दिन में एक गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉन्ज मेडल जीता। जैवलिन थ्रो में अनुभवी खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया ने एक बार फिर देश का मान बढ़ाया और सिल्वर मेडल अपने नाम किया। वहीं, उनके साथी खिलाड़ी सुंदर सिंह गुर्जर ने ब्रॉन्ज पर कब्जा जमाया। इन दोनों ही खिलाड़ियों को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी खास उपलब्धि के लिए फोन कर बधाई दी। मोदी ने कहा कि देशवासियों को देवेंद्र और सुंदर पर गर्व है।
PM Modi speaks to Devendra Jhajharia&Sundar S Gurjar, congratulates them for winning medals at Tokyo Paralympics.
PM acknowledged Devendra’s rich efforts & said,”Aap Maharana Pratap ki bhoomi se hain aur aap bhala phekte ja rahe hain”.He told Sundar,”Apne sundar kaam kar diya”. pic.twitter.com/DVR4R41hKx
— ANI (@ANI) August 30, 2021
पीएम ने देवेंद्र से बातचीत करते हुए कहा कि ‘आप महाराणा प्रताप की भूमि से हैं और आप भला फेंकते जा रहे हैं।’ वहीं, मोदी ने सुंदर गुर्जर के प्रदर्शन पर कहा कि, ‘आपने सुंदर काम किया है।’ दोनों एथलीट्स को पीएम मोदी ने बधाई दी और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इससे पहले प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर इन दोनों खिलाडियों के लिए लिखा, ‘देवेंद्र झाझरिया का शानदार प्रदर्शन। हमारे सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक झाझरिया ने सिल्वर जीता है। वह भारत को लगातार गौरवान्वित करते रहे हैं। उन्हें बधाई और भविष्य के लिये ढेर सारी शुभकामनाएं।’ सुंदर के लिए पीएम ने लिखा, ‘सुंदर सिंह गुर्जर के ब्रॉन्ज जीतने पर भारत हर्षित है। उन्होंने शानदार साहस और समर्पण दर्शाया है। उन्हें बधाइयां और भविष्य को लेकर शुभकामनाएं।’
इससे पहले अवनि लेखरा ने इतिहास रचते हुए शूटिंग में भारत को पहला गोल्ड मेडल दिलाया। अवनि पैरालांपिक में भारत की तरफ से गोल्ड जीतने वालीं पहली महिला खिलाड़ी हैं। उन्होंने फाइनल में 249.6 अंक बनाकर विश्व रिकार्ड की बराबरी की और पहला स्थान हासिल किया। अवनि के अलावा योगेश ने डिस्कस थ्रो में देश को सिल्वर मेडल दिलाया। रविवार को महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल और ऊंची कूद के एथलीट निषाद कुमार ने सिल्वर जीते लेकिन विनोद कुमार का चक्का फेंक की एफ52 स्पर्धा में कांस्य पदक उनके क्लासीफिकेशन को लेकर विरोध दर्ज होने के कारण रोक दिया गया।