Search
Close this search box.

गोरखपुर में शब-ए -बरात का पर्व शांति और अमन से मनाया गया

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

गोरखपुर:-

 

पूरी दुनिया में शबे बरात का पर्व लोगों ने अकीदत के साथ मनाया, जहां पर जहां-जहां कब्रिस्तान और मस्जिद थी, वहां प्रशासन के द्वारा काफी मनमोहक तरीके से बताए गए थे शबे बरात हजरत ओवैस करी रजी.अल्लाह लॉक अन्हू की याद में मनाई जाती है, जहां लोग अपने घर में सूजी का हलवा, चने का हलवा बनाते हैं, चने का हलवा बनाते हैं, फातिहा पेश करते हैं। ऐसा होता है तो वहीं कारीगरों और बच्चों की मस्जिदों में और कब्रिस्तानों में रहने वाले अपने चाहने वालों को याद करते हैं और उनकी याद में फातिहा कहते हैं!

 

वही गोरखपुर में बृहस्पतिवार की शाम मगरिब के बाद से लोग नमाज पढ़ने के बाद अपने पूर्वजों के कब्र पर जाकर वहां पर फातिहा पढ़ी और उनके लिए ऊपर वाले से दुआ की और उनकी मगफिरत के लिए भी दुआ किया और उनके गुनाहों को माफ कर दे इसके बाद लोगों ने गरीबों में मिशकीनो में हलवा और घर में बने हुए लजीज खाने भी उनको ले जाकर के दिए वही मुस्लिम समाज के लोगों ने पूरी रात मस्जिदों में और घरों में इबादत किया और सुबह फजर की नमाज के बाद लोगों ने रोजा भी रखने का अकीदा किया !