ऑस्ट्रेलिया की ऐश बार्टी अपने पिछले सात ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में दूसरी ट्रॉफी जीतने की कवायद में शनिवार को यहां विंबलडन महिला सिंगल्स फाइनल में कारोलिना पिलिसकोवा से भिड़ेंगी। पिलिसकोवा दूसरी बार ग्रैंडस्लैम फाइनल में पहुंची हैं, लेकिन उन्हें अपने पहले खिताब का इंतजार है। पिलिसकोवा ने दूसरी सीड आर्यना सबालेंका को हराकर टॉप सीड बार्टी से भिड़ने का हक पाया। विंबलडन में ओपन युग में केवल तीन महिलाएं ही दो टॉप खिलाड़ियों को हराकर खिताब जीत पाई हैं और पिलिसकोवा इस लिस्ट में अपना नाम लिखवाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगी।
There’s history in the hemline of @ashbarty‘s skort, the flowers on her tank top and flowing from the strings of her racket.
A childhood dream is realised for the Australian after making her first final at The All England Club. #Wimbledon
— Wimbledon (@Wimbledon) July 9, 2021
वीनस विलियम्स ने 2000 और 2005 में दो अवसरों पर यह कारनामा किया जबकि उनसे पहले एनी जोन्स ने 1969 और इवोनी गूलागोंग ने 1971 में ऐसा किया था। गूलागोंग ने अपना दूसरा विंबलडन खिताब 1980 में जीता था। उसके बाद कोई ऑस्ट्रेलियाई महिला खिलाड़ी खिताब नहीं जीत पाई। अब बार्टी 41 साल बाद गूलागोंग की उपलब्धि को दोहराने की कोशिश करेगी।
बार्टी ने कहा, ‘इवोनी ने हमें राह दिखायी। उन्होंने हम सभी आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिये मार्ग प्रशस्त किया।’
“The dream was to make the second week…I never thought about maybe going into the final.”
The former World No.1 is back where she wants to be.#Wimbledon
— Wimbledon (@Wimbledon) July 9, 2021
पिलिसकोवा 2016 में यूएस ओपन में टॉप सीड दो खिलाड़ियों को हराने के करीब पहुंच गई थी। उन्होंने सेमीफाइनल में तत्कालीन नंबर एक सेरेना विलियम्स को हराया था लेकिन तीन सेट तक चले फाइनल में नंबर दो एंजेलिक कर्बर से हार गई थी। पिलिसकोवा ने कहा, ‘यह मेरा दूसरा फाइनल है। मैं दूसरी बार नंबर एक खिलाड़ी से खेलने जा रही हूं।’
इन दोनों खिलाड़ियों के बीच अभी तक सात मुकाबले हुए हैं जिनमें बार्टी 5-2 से आगे है। पिलिसकोवा ने सेमीफाइनल में सबालेंका को एक घंटे 53 मिनट तक चले मैच में 5-7, 6-4, 6-4 से जबकि बार्टी ने 2018 की चैंपियन कर्बर को 6-3, 7-6 (3) से पराजित किया था।