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UP Nagar Nikay Chunav: BJP ने महिलाओं के नाम पर नेताओं की पत्नियों को बांटे टिकट। अपनी ही पार्टी के खिलाफ महिला नेता ने खोल दिया मोर्चा।

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लखनऊ: यूपी में नगर निगम चुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियों की तैयारियां तेज हैं, वहीं निकाय चुनाव (Lucknow Nagar Nikay Chunav) में टिकट बंटवारे को लेकर बीजेपी में घमासान मचा हुआ है। बीजेपी से टिकट ना मिलने से नाराज महिला दावेदारों ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करके पार्टी के खिलाफ खुला मोर्चा खोल दिया है। इसको लेकर गुरुवार को नाराज महिला दावेदारों ने बीजेपी कार्यालय जाकर अपनी नाराजगी भी जताई है। ऐसे ही बीजेपी महिला मोर्चा की लखनऊ महानगर की नगर मंत्री उमा मिश्रा ने पांचवी बार एक ही सदस्य व उसके परिवार को टिकट मिलने से नाराज होकर निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में दावेदारी ठोंक कर बीजेपी के लिये मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। वहीं उमा मिश्रा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा पर जमकर हमला बोला है। उन्होंने टिकट ना मिलने का जिम्मेदार डॉ. दिनेश शर्मा को बताया है। उन्होंने कहा दिनेश शर्मा की वजह से मेरा टिकट नहीं हुआ है।

बीजेपी नेता उमा मिश्रा की यह है नाराजगी

दरअसल, बीजेपी ने पांचवी बार लखनऊ के त्रिवेणी नगर वार्ड से देव शर्मा उर्फ मुन्ना मिश्रा को टिकट थमाया है। इस सीट से ही बीजेपी नेत्री उमा मिश्रा भी टिकट मांग रही थीं, लेकिन पार्टी ने एक बार फिर देव शर्मा मुन्ना पर ही भरोसा जताया है। इससे नाराज होकर बीजेपी नेत्री उमा मिश्रा ने त्रिवेणी नगर वार्ड से निर्दलीय पर्चा दाखिल कर दिया है। इससे बीजेपी प्रत्याशी देव शर्मा मुन्ना मिश्रा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। साथ ही जिस वार्ड से बीजेपी पिछले कई चुनाव से जीत दर्ज कर रही है उस पर कहीं ना कही बीजेपी महिला मोर्चा की पदाधिकारी उमा मिश्रा की बगावत बीजेपी को हार का स्वाद भी चखा सकती है। वहीं निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में उमा मिश्रा प्रचार प्रसार में भी जुट गई हैं। वो जनता के बीच जाकर अपने पक्ष में वोट डालने की अपील कर रही हैं।

टिकट बंटवारे को लेकर भड़कीं उमा मिश्रा

इसके साथ ही बागी होकर उमा मिश्रा ने बीजेपी पर ही अपनी सारी भड़ास निकाल दी है। उन्होंने कहा कि किसी भी महिला कार्यकर्ता को टिकट नहीं दिया गया है, बल्कि सबकी पत्नियों को टिकट दिया गया है। चाहें वो पदाधिकारी की पत्नी हो, मंडल अध्यक्ष की पत्नी हो या फिर मौजूदा पार्षद की पत्नी हो। उन्होंने कहा कि अगर 33 परसेंट महिला आरक्षण में यह लोग आती हैं तो महिला कार्यकर्ता कहां जाएंगीं।