बिहार——
पटना: बिहार में आये दिन निगरानी की टीम द्वारा की जा रही छापामारी एवं घूसखोरों की गिरफ्तारी का भी कोई असर कतिपय सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों पर नहीं हो रहा है। तभी तो उनके द्वारा खुलेआम घूस की मांग की जाती है।
पता चला है कि दरभंगा जिला के सिंहबाड़ा अंचल के हल्का कर्मचारी राम प्रसाद राम और उसका एजेंट शिव नन्दन यादव ने दाखिल-खारिज के लिए 5 हजार रुपये रिश्वत की मांग सिंसबाड़ा निवासी प्रमोद चौधरी से की थी। प्रमोद चौधरी दाखिल-खारिज के लिए प्रमोद चौधरी के पास काफी दौड़-धूप किये लेकिन बिना रिश्वत लिये उनका काम करने के लिए कर्मचारी और उसका एजेंट तैयार नहीं हुआ। थक हारकर प्रमोद चौधरी ने रिश्वत मांगे जाने की लिखित शिकायत निगरानी विभाग,पटना से दिनांक 18-08-2021 को कर दी।
शिकायत दर्ज करने के बाद निगरानी विभाग ने अपने स्तर से शिकायत की जांच कराई। शिकायत सही पाये जाने के बाद निगरानी विभाग ने एक स्पेशल टीम का गठन किया।टीम को लीड करने की जिम्मेवारीनिगरानी डीएसपी अरुण पासवान को सौंपी गई।
निगरानी की टीम ने सिंहबाड़ा अंचल में पहुंचकर घूसखोर कर्मचारी और एजेंट को ऱगेहाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया। प्रमोद चौधरी निगरानी टीम के इशारे पर हल्का कर्मचारी रामप्रसाद राम और उसका एजेंट शिव नन्दन यादव को घूस कि 5000 रुपया दिया वैसे ही निगरानी की टीम ने घूस के रुपए के साथ दोनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार कर निगरानी की टीम दोनों घूसखोरों को अपने साथ लेते घली गई।
गोरतलब है कि कुछ दिन पहले भी सिंहबाड़ा अंचल में दाखिल-खारिज के नाम पर घूस लेने का एक विडियो तेजी से वायरल हुआ था। मामले की जांच भी कराई गई थी। लेकिन वाबजूद इसके मामला रफा-दफा हो गया था। लेकिन इस बार पासा उल्टा पड़ गया और सिंहबाड़ा अंचल के हल्का कर्मचारी और उसका एजेंट निगरानी के हत्थे चढ़ गये।
जे.पी.श्रीवास्तव,
ब्यूरो चीफ, बिहार।