बिहार——–
पटना: प्राप्त सूचनानुसार जेडीयू द्वारा बीजेपी के रिजेक्ट नेता को दल में शामिल कराने पर बीजेपी का बड़ा अटैक। कहा जाता है कि जेडीयू अपना कूनबा बढ़ाने में लगा हुआ है। ऐसे में बीजेपी का आरोप है कि बिना जांचे परखे बीजेपी पार्टी के वैसे नेता को जेडीयू अपने दल में शामिल कर रहा है जिसे बीजेपी ने बहुत पहले रिजेक्ट कर दिया था।
बताया जाता है कि पिछले 8 सालों तक बीजेपी में रहे पूर्व मंत्री सोनाधारी सिंह को जदयू ने अपने पार्टी में मिला लिया। पार्टी ज्वाइन करते हीं सोनाधारी सिंह ने बीजेपी पर जमकर भड़ास निकालना शुरू कर दिया। भाजपा को उन्होंने बेशर्म और जालसाज पार्टी बताना शुरू कर दिया। इसके बाद बीजेपी भला कहां बर्दाश्त करनेवाली पार्टी है। भाजपा के बिहार प्रदेश प्रवक्ता अखिलेश कुमार सिंह ने कहा है कि भाजपा को गठबंधन धर्म का पालन करना चाहिए। मृगतृष्णा में भटक रहे लोगों ने भाजपा के विषय में दूसरे पार्टी में शामिल होते समय जिन शब्दों का प्रयोग किया है वह गठबंधन धर्म का अपमान है।
अखिलेश सिंह ने कहा कि जिस समय सोनाधारी सिंह को जदयू में शामिल किया जा रहा था उस समय जदयू के प्रदेश अध्यक्ष और सरकार के मंत्री वहां बैठे हुए थे। उनके सामने ही यह सब कुछ हो रहा था। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा के विरुद्ध बोलने वालों को जदयू द्वारा शह देने का काम किया जा रहा है। यह सर्वथा अनुचित है। अपनी पार्टी द्वारा अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करने का उदाहरण देते हुए कहा कि हमारी पार्टी ने टुन्ना जी पाण्डेय पर इसलिए कार्रवाई की क्योंकि उन्होंने गठबंधन धर्म का पालन नहीं करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संबंध में अनाप-शनाप बयान बाजी करना शुरू कर दिया था।
अखिलेश सिंह ने कहा है कि गठबंधन की मर्यादा का पालन करना सभी घटक दलों का कर्तव्य है। जनता दल यूनाइटेड राजग का महत्वपूर्ण अंग है। उन्हें जिम्मेदार और अनुशासित होने का परिचय देना चाहिए।साथ हीं अनियंत्रित हो रहे कुछ नेताओं को नियंत्रण में रखना चाहिए। यह उनकी जवाबदेही है।
जे.पी.श्रीवास्तव,
ब्यूरो चीफ, बिहार।