बिहार……..
पटना: बिहार राज्य के मलाईदार कार्यालयों में उन्हीं की पोस्टिंग होती है जिनकी ऊंची पहुंच हो और जिनपर बड़े अधिकारियों/बड़े नेताओं की कृपा दृष्टि हो। इसी कारण वैसे कर्मियों पर सरकार के किसी कायदे कानून का कोई असर नहीं होता और जबतक वे चाहें कुंडली मारकर अपने स्थान पर बने रह सकते हैं।
ऐसा ही एक कार्यालय है पटना का भू-अर्जन कार्यालय। यहां माफिया राज बदस्तूर चला आ रहा है। इस कार्यालय पर सरकार के किसी कानून का कोई असर नहीं होता है। यहां तक कि डीएम के स्थानांतरण आदेश को यहां पर जमे कर्मी ठेंगा दिखाते हैं।
बताया जाता है कि इस दफ्तर में जमे बाबूओं का यदि ट्रांसफर भी होता है तो उनके सेहत पर इसका कोई असर नहीं पड़ता। क्योंकि माफियाओं द्वारा उन्हें जाने नहीं दिया जाता, बल्कि उनकी प्रतिनियुक्ति उसी कार्यालय में कराकर स्थानांतरण आदेश को ठेंगा दिखा दिया जाता है। यह खेल उस कार्यालय में वर्षों से खेला जा रहा है। बताया जाता है कि वर्ष 2020 में पटना के डीएम ने सभी प्रतिनियक्त कर्मियों का एक साथ स्थानांतरण कर दिया। लेकिन सेटिंग के चलते आज भी 5-6 कर्मी प्रतिनियुक्ति पर उसी कार्यालय में बने हुए हैं जो एक प्रकार से डीएम के स्थानांतरण आदेश को चुनौती देने वाली बात है। बताया जाता है कि जिला भू-अर्जन पदाधिकारी,पटना इस संबंध में गोल-मटोल जवाब देकर बात को टाल देते हैं।
जानकारी मिली है कि डीएम ने जिला भू-अर्जन कार्यालय के कर्मचारियों के स्थानांतरण आदेश में साफतौर लिखा था कि ये लिपिक पदस्थापन पर नहीं बल्कि प्रतिनियुक्ति पर हैं। बताया जाता है कि डीएम के आदेश मे साफ लिखा था कि जो कर्मी नये जगह पर योगदान नहीं करेंगे उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। वाबजूद इसके 5-6 कर्मी उसी कार्यालय में जमे हुए हैं तो सवाल उठना लाजिमी है।
वैसे जानकारी मिली है कि जिला भू-अर्जन कार्यालय में कर्मचारियों की कमी नहीं है। बल्कि एक दर्जन कर्मचारियों का समायोजन उस कार्यालय में किया गया है।
हद तो तब है जब उस कार्यालय के एक कर्मी को निगरानी द्वारा पकड़े जाने की बात बताई जा रही है। वाबजूद इसके उक्त कर्मी आज भी उसी कार्यालय में प्रतिनियुक्ति पर काम कर रहा है। अब सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर वह कौन है जो वैसे कर्मी को स्थानांतरित नहीं होने दे रहा है। निश्चय ही जबतक ऊंचे रसूखदारों का हाथ उनके पीठ पर नहीं होगा तबतक यह खेल संभव नहीं हो सकता।
जे.पी.श्रीवास्तव,
ब्यूरो चीफ, बिहार।
