महराजगंज। भारतीय स्टेट बैंक के ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरसेटी) की ओर से वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 715 लोगों को रोजगार के लिए योग्य बनाने की पहल होगी। संस्थान के प्रशिक्षक जहां उन्हें विभिन्न प्रकार के 28 ट्रेडों में प्रशिक्षित करेंगे, वहीं प्रशिक्षण के उपरांत उन्हें स्वरोजगार के लिए ऋण दिलाने में भी सहयोग प्रदान करेंगे। जिले में संस्थान की शुरूआत 26 मार्च 2011 को हुई। तभी से यह संस्थान प्रत्येक वित्तीय वर्ष में कार्ययोजना के मुताबिक विभिन्न ट्रेडों में इच्छुक पुरुषों व महिलाओं को प्रशिक्षित करता है। उद्देश्य रहता है कि पुरुषों व महिलाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाया जाए, जिससे कि वे स्वयं के साथ-साथ परिवार की मुश्किलों को दूर करें। इस बार चलने वाले 28 ट्रेेडों में कृषि के नौ, उत्पाद के 14, निर्माण के चार तथा सामान्य वर्ग के एक ट्रेड में जरूरतमंदों को प्रशिक्षित किया जाएगा।
इन क्षेत्रों में प्रशिक्षित होंगे जरूरतमंद।
संस्थान की ओर से अगरबत्ती निर्माण, पापड़ व मसाला निर्माण, मोमबत्ती निर्माण, खिलौना निर्माण, सिलाई, डेयरी व वर्मी कंपोस्ट, मशरूम उत्पादन, ड्राइविंग, जूट से जुड़े उत्पाद, पेपर निर्माण, बंबू व क्राफ्ट की बनावट व हाउस आया के कार्य के लिए जरूरतमंदों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके साथ ही महिलाओं को ब्यूटी पार्लर, सिलाई, सब्जी की नर्सरी, बकरी पालन आदि के कार्यों के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।
प्रशिक्षण पर 47 लाख होंगे व्यय।
संस्थान की ओर से दिए जाने वाले 28 ट्रेड के प्रशिक्षण पर कुल 47 लाख रुपये व्यय होंगे। इस धनराशि से प्रशिक्षण स्थल पर ठहरने व भोजन आदि की व्यवस्था भी होगी।