लखनऊ : उत्तर प्रदेश के राजनीति में एक तरफ जहां सबका साथ सबका विकास का नारा देने वाली भारतीय जनता पार्टी भले ही पिछड़ों दलितों को लुभाने में लगी हो वहीं पर प्रदेश के उभरते हुए दो नौजवान अपने अपने समाज को संभालने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे हैं, जैसे बसपा सुप्रीमो मायावती से दलित नौजवानों का मोह भंग हो जाने के बाद लोग चंद्रशेखर आजाद की पार्टी के तरफ जुड़ने लगे, वैसे ही पूर्वांचल में पटेल समाज की पार्टी अपना दल (एस) से मोह भंग हो जाने के बाद पटेल समाज के नौजवान अमित सिंह पटेल की पार्टी नव जनलोक पार्टी से लोग ज्यादा से ज्यादा जुड़ रहे हैं, इन सबका सबसे प्रमुख कारण है कि दोनों नेताओं का नौजवान होना है जो युवाओं के अंदर ऊर्जा भरने का काम करते हैं, और पीछे के दो दशक को याद कराते हैं कि किस तरह से हमारे समाज के साथ धोखा हुआ है और कैसे नेता लोग समाज के साथ छल किया है।
जितना ही चंद्रशेखर आजाद मायावती पर आरोप लगाते हैं उतना ही आरोप नव जनलोक पार्टी के सुप्रीमो अमित सिंह पटेल भी अनुप्रिया पटेल के ऊपर लगाते हैं, इन्ही कारणों से इन नेताओं से सर्व समाज के युवा नौजवान लोग जुड़ रहे हैं, अमित सिंह पटेल तो अपने बयानों में ये भी बोला करते हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में हमारी पार्टी के बिना किसी की सरकार नहीं बनेगी और हमारी पार्टी 80 प्रतिशत टिकट नौजवानों को देकर उन्हें सदन में भेजने का काम करेगी ।
यूपी वर्त्तमान राजनीति मे है दो नवज़वान का है दौर
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