देश में एक नये Expressway का काम काफ़ी तेज़ी से पूरा हो रहा हैं। Expressway के आने के साथ ही पूरे UP से दिल्ली आना जाना और आसान और गतिमान हो जाएगा। पूरा UP पार करना भी महज़ 7-8 घंटे का खेल हो जाएगा। गंगा एक्सप्रेसवे एक ग्रीनफील्ड प्रोजेक्ट है और इसकी लंबाई कुल 594 किलोमीटर होगी। इस एक्सप्रेसवे की मदद से पूर्वी यूपी के शहरों से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के शहरों के बीच सफर और आसान हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य तेजी से जारी है और इसके 2025 में प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ से पहले शुरू होने की उम्मीद है। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अधिकारियों को तय सीमा में काम पूर्ण करने का निर्देश दिया है।
गंगा एक्सप्रेसवे का रूट.
मेरठ
हापुड़,
बुलंदशहर,
अमरोहा,
संभल,
बदायूं,
शाहजहांपुर,
हरदोई,
उन्नाव,
रायबरेली,
प्रतापगढ़
प्रयागराज
कुल 14 Toll Plaza होगा
इसका निर्माण कार्य जारी है. 594 किमी लंबे गंगा एक्सप्रेसवे की शुरुआत मेरठ से होगी. यह एक्सप्रेसवे मेरठ के शहीद स्मारक से होते हुए हापुड़ के गढ़मुक्तेश्वर को जोड़ेगा. गंगा एक्सप्रेस वे (Ganga Expressway) के मेरठ और प्रयागराज में मुख्य टोल प्लाजा होंगे. इसके अलावा 12 अतिरिक्त रैम्प टोल प्लाजा होंगे।
उतर सकेगा प्लेन
शाहजहांपुर में एक्सप्रेस-वे पर एयर कनेक्टिविटी देने के लिए शाहजहाँपुर के पास 3.5 किमी लंबी हवाई पट्टी बनाई जाएगी. जहां से इमरजेंसी के दौरान वायुसेना के विमान उतर और उड़ान भर सकेंगे। इस कॉरिडोर पर गंगा नदी पर 960 मीटर लंबा और रामगंगा पर 720 मीटर लंबा दो पुल बनाने की योजना है. गंगा एक्सप्रेस वे पर कुल 18 फ्लाईओवर और 8 रोड ओवर ब्रिज बनेंगे।
8 घंटा में UP आर पार
गंगा एक्सप्रेस वे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इसके तैयार होने के बाद मेरठ और प्रयागराज के बीच ट्रैवल टाइम कम हो जाएगा और दोनों शहरों के बीच 11 घंटे के बजाय सिर्फ 8 घंटे में सफर पूरा होगा. गंगा एक्सप्रेस वे पर अधिकतम स्पीड 120 किमी/घंटा तय की गई है।