Search
Close this search box.

पूर्व सभापति की बहू अंजलि पान्डेय की प्रमुख क्षेपं० लक्ष्मीपुर पद पर होगी दावेदारी

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

महाराजगंज-

महराजगंज जिले के लक्ष्मीपुर विकास खंड क्षेत्र के पंचायत प्रमुख पद पर चुनाव के लिए भले ही अभी समय हो लेकिन चुनाव लडने वाले प्रत्याशियों ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है, इसके साथ ही विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पाण्डेय जी की बहु एवं संतोष पाण्डेय जी की पत्नी श्रीमती अंजली पांडे के ब्लाक प्रमुख पद का चुनाव लडने की तैयारियों की खबर है।

जब इस बारे में सभापति जी के नौतनवां प्रतिनिधि अष्टभुजा पान्डेय जी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि सभापति जी का पूरा परिवार ने सभी का सम्मान किया और अंजलि पान्डेय जी अगर ब्लाक प्रमुख बनती है तो आपके मान सम्मान स्वाभिमान में कोई कमी नही आयेगा सभी क्षेत्र पंचायत सदस्यों से अपिल व निवेदन किया कि सब लोग अंजलि पान्डेय जी के साथ आये और उन्हें विजयी बनाये ।
साथ ही साथ उन्होने यह भी कहा कि अंजलि पान्डेय को ब्लाक प्रमुख बनाईये क्षेत्र के विकाश के साथ साथ आपके मान-सम्मान में कोई कमी नही आयेगी यह मेरा वादा है।।

श्रीमती अंजली पांडे जी को ग्राम पंचायत बेलवा बुजुर्ग की क्षेत्र पंचायत वार्ड नं० 37 से निर्विरोध सदस्य निर्वाचित होने का गौरव अभी हाल ही में सम्पन्न चुनाव में हासिल हुआ था।

तभी से यह कयास लगने लगे थे कि इस बार पूर्व सभापति श्री गणेश शंकर पाण्डेय जी के परिवार द्वारा अपने दशकों से जारी नेतृत्व का गौरव को सम्भालने की हर संभव तैयारी की जा रही है।

“चार दशक पूर्व 1982 से प्रमुख पद पर काबिज है पांडे परिवार”

उल्लेखनीय है कि पूर्व सभापति विधान परिषद गणेश शंकर पाण्डेय का परिवार बीते करिब 4 दशक से लक्ष्मीपुर क्षेत्र पंचायत प्रमुख पद पर आसीन होता रहा है।

सन् 1982 में प्रथम बार पांडे जी के बड़े भाई स्व. दुर्गाशंकर पांडे ने इस पद को सुशोभित किया था।

जब सन् 1995 में उक्त सीट पिछड़ी समुदाय की महिला के लिए आरक्षित हुई तो उक्त परिवार ने राजेश्वरी पटेल नामक एक महीला को उक्त पद की जिम्मेदारी सौंप दी।

तब से लेकर पूर्व प्रमुख स्व. दुर्गाशंकर पांडे, उनकी पत्नी शकुंतला पांडे व एक दशक से उनके पुत्र सतीश पांडेय काबिज है, अब पूर्व सभापति श्री पांडेय जी की बहु श्रीमती अंजली पांडे का निर्विरोध निर्वाचन क्षेत्र पंचायत सदस्य के रूप में हो चुका है, समझा जा रहा है कि इस बार फिर पांडे परिवार अपनी पुरानी दशकों की विरासत को संभालने की गंभीर तैयारी