पंजाब नेशनल बैंक घोटाले का आरोपी और भगोड़ा मेहुल चौकसी की डोमिनिका जेल से पहली तस्वीर सामने आई है। तस्वीर में मेहुल चोकसी को लोहे के गेट के पीछे खड़ा दिखाई दे रहा है। लोहे का गेट कुछ वैसा ही दिख रहा है जैसे लॉक-अप रूम दिखता है। मेहुल चोकसी डोमिनिका में क्रिमिनिल इन्वेस्टीगेशन डिपार्टमेंट (CID) की कस्टडी में है। सीआईडी ने उसे चार दिनों पहले गिरफ्तार किया गया था।
मेहुल चोकसी की कुछ और तस्वीर सामने आई है। एक तस्वीर में वो अपने हाथ को दरवाजे से बाहर निकालकर दिखाता हुआ नजर आ रहा है। उसके हाथ पर चोट के निशान भी दिखाई दे रहे हैं। मेहुल चोकसी ने आरोप लगाया है कि उसके साथ जेल में मारपीट की गई है। साक्ष्य के रूप में वो अपने हाथ पर लगे चोट के निशान को दिखा रहा है।
एंटीगुआ और बारबुडा पुलिस प्रमुख एटली रॉडने ने शुक्रवार को इस बात से इनकार किया कि हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का पुलिस ने अपहरण किया था। उन्होंने कहा, हमारे पास कोई सूचना या संकेत नहीं है कि मेहुल चोकसी को एंटीगुआ से जबरन हटाया गया था। बता दें कि 25 मई को चोकसी कथित तौर पर एंटीगुआ से लापता हो गया था, जिसके बाद उसे डोमिनिका से हिरासत में लिया गया।
First photo of fugitive diamantaire Mehul Choksi in police custody in Dominica
(photo – Antigua News Room) pic.twitter.com/7S2EDsWhL0
— ANI (@ANI) May 29, 2021
पुलिस प्रमुख ने कहा, हम केवल वकील (मेहुल चोकसी के) की ओर से सुन रहे हैं और डोमिनिका पुलिस उस कहानी की पुष्टि नहीं कर रही है। रोडनी ने एक वीडियो साक्षात्कार में कहा, एंटीगुआ से डोमिनिका या जहां भी वह गए, वहां उनके जाने में हमारी कोई भागीदारी नहीं है।
मेहुल के वकील ने दावा किया है कि उसके शरीर पर ‘टॉर्चर के निशान’ भी थे। वकील ने यह भी आरोप लगाया है कि मेहुल चोकसी को एंटीगुआ और बरबूडा से उसकी मर्जी के बिना जबरन उठाया गया था। भारत में चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि डोमिनिका में हमारे वकीलों को मेहुल चोकसी से सिर्फ दो मिनट ही मिलने दिया गया। उन्होंने बताया कि उन्हें एंटीगुआ के जॉली हार्बर से उन्हें जबरन उठाकर डोमिनिका लाया गया था।