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कोर्रा घाट के सामने मिला बालक का शव,10 घण्टे तक शव को ढूढने के लिए चल रेस्क्यू ऑपरेशन

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बांदा —

 

 

 

चिल्ला थाना क्षेत्र के चिल्ला कस्बे के रहने वाली चंपा देवी का 16 वर्षीय पुत्र दीपू सोनी मंगलवार की दोपहर को घर से खेलने के लिए निकल गया था।जब काफी शाम तक वह वापस नहीं आया तो परिजनों से खोजबीन शुरू कर दिया।परिजनों ने पूरी रात उसको खोजा लेकिन वह मिला नहीं।बुधवार की सुबह शौचक्रिया के लिए गए ग्रामीणों ने नदी के घाट के पास लगे जामुन के पेड़ के नीचे कपड़ा,बेल्ट,चप्पल आदि देखकर मृतक के परिजनों को जा कर बताया।जानकारी मिलने पर मृतक का बड़ा भाई पिंटू सोनी ने मौके पर जाकर कपड़े से पहचान कर परिवार के अन्य लोगो को अवगत करवाया।बालक दीपू की माँ चंपा देवी पत्नी स्वर्गीय भाई चन्द्र सोनी ने चिल्ला थाना में जाकर दीपू के गुमसुदा होने के बाद चिल्ला में बह रही यमुना नदी के घाट के पास कपड़े,बेल्ट,चप्पल आदि मिलने की जानकारी देकर बालक को ढूढने की मांग की।चंपा देवी की तहरीर पर चिल्ला थाना के उपनिरीक्षक सत्य देव गौतम,उपनिरीक्षक दिलीप,थाना के अन्य पुलिस बल व गोताखोरों की मदद से ढूढने का काफी प्रयास किया गया।जब नही मिला तो पुलिस ने बुधवार को ही शाम को महाजाल डालकर बालक के शव को ढूढने का प्रयास किया।जो काफी रात को घटना स्थल से लगभग 2 किलोमीटर दूर लौमर मोड़ के पास कोर्रा घाट के सामने मिला।चिल्ला थाना के उपनिरीक्षक सत्य देव गौतम ने बताया कि लगभग 10 घण्टे के रेस्क्यो ऑपरेशन के बाद बालक का शव कोर्रा घाट के सामने मिला है।शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।प्रथम दृष्टया डूबने से मौत होने की बात सामने आ रही हैं,वास्तविक स्थिति पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी।आपको बता दें कि दीपू अपने घर में सबसे छोटा था।उससे बड़े 4 भाई हैं जो सभी मजदूरी करते हैं।पिता की मौत कई साल पहले हो गई थी।नदी में बालक का शव मिलते ही माँ चंपा देवी सहित अन्य परिजनों में कोहराम मच गया।

 

बांदा से ब्यूरो चीफ अनिल गोस्वामी