लेखक- जेपी श्रीवास्तव
विश्व सामाजिक दिवस और हमारा दायित्व
————————————————— सामाजिक अधिकार दिवस 2022 का थीम “औपचारिक कामकाज के मीडिया से सामाजिक अधिकार प्राप्त करना”। कार्यक्रम के प्रसारण से अन्य लोगों ने लोगों के साथ मिलकर सामाजिक कार्य किया है। यह 25 करोड़ रुपए में लिखा हुआ है, यह डेटा के अनुरूप प्रारूप है I
उक्त 25 करोड़ लोगों में से 15 करोड़ लोग इस विश्व सामाजिक संगठन का विषय बना रहे हैं। उस वर्ष 2007 में राष्ट्र महासभा ने सफल होने के लिए 20 को विश्व अधिकार को चुना था। यह बार बार 2009 में 20 फरवरी को था।
और सामाजिक अधिकार आयोग (ट्रास्ट) के साथ मिलकर काम करता है। भारत सरकार ने ऐसे आयोगों के बारे में कहा है जो निश्चित रूप से कार्य करने के लिए हैं। भारत के सामाजिक अधिकार संबंधी मामलों में… राष्ट्रीय आयोग के सदस्य राष्ट्रीय बाल विकास आयोग जैसे कि हमारे समाज से संबंधित, कर्मचारियों के साथ मिलकर-साथ बनाए जाते हैं।
सरकारी संगोन्खों के अलेवा चिंताकर्ता-सरकारी संगोनेन द्वार सादाजिक न्यूजी की दिशा में महात्मकारी भूमिका निभाई जा रही है। इस प्रकार के अनुसार-सरकारी . I
भारत के संविधान सदस्यों ने सदस्य देशों को सामाजिक संगठन के लिए नियुक्त किया था। हमारे देश के संविधान में ऐसे प्रावधान हैं, जो सामाजिक गुणों के लिए उपयुक्त हैं। देश से काम, असमंजस में भारत यह आवश्यक है I हम एक सुंदर, स्वच्छ, स्वस्थ विकास भारत में कर रहे हैं।
भारत सरकार के शिक्षा का महत्व, डिसेबल्ड डिसेबल्ड डिसेबल्ड डिसेबल्स डिसेबल्स। फिर भी और समग्र रूप से कार्य करने की आवश्यकता है। पूरी दुनिया में संपूर्ण विश्व में 20 फरवरी को पूरी तरह से लागू होगा, ठीक उसी तरह से हम पूरी तरह से वैज्ञानिक होंगे।
सामाजिक सामाजिक आयोग (ट्रस्ट) के सामाजिक अधिकार में भी शामिल है। यह कार्यात्मक है कि हम अपने आप को सुखद महसूस कर रहे हैं। हमारा, समाज की प्रति, प्रतिपूर्ति का पालन करना चाहिए।