ब्रिटेन की पुलिस ने इटली के खिलाफ यूरोपीय फुटबॉल चैंपियनशिप के फाइनल में इंग्लैंड की हार के दौरान पेनल्टी पर गोल करने से चूकने वाले तीन अश्वेत खिलाड़ियों के प्रति नस्ली दुर्व्यवहार की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने मार्कस रशफोर्ड, बुकायो साका और जेडन सांचो के प्रति दुर्व्यवहार को अस्वीकार्य बताते हुए कहा कि वे आक्रामक और नस्ली सोशल मीडिया पोस्ट की जांच करेंगे। नियमित और फिर अतिरिक्त समय में मुकाबला 1-1 से बराबर रहने के बाद इटली ने पेनल्टी शूटआउट में 3-2 से जीत दर्ज की।
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इंग्लैंड के फुटबॉल संघ (एफए) ने बयान जारी करके कहा कि वे इस घटिया बर्ताव से स्तब्ध हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि सोशल मीडिया कंपनियों को कार्रवाई करनी चाहिए] जिससे कि उनका मंच घृणित दुर्व्यवहार से मुक्त रहे। एफए ने कहा, ‘हम प्रभावित खिलाड़ियों के समर्थन के लिए वह सब कुछ करेंगे जो कर सकते हैं। साथ ही इसके लिए जिम्मेदार लोगों के लिए कड़ी से कड़ी सजा की अपील करते हैं।’
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संघ ने कहा, ‘खेल से भेदभाव को बाहर करने के लिए हम हर संभव प्रयास जारी रखेंगे, लेकिन हम सरकार से विनती करते हैं कि वे जल्द से जल्द कार्रवाई करें और इस दुर्व्यवहार के खिलाफ उचित कानून बनाएं।’ जिन तीन खिलाड़ियों को लक्ष्य बनाया गया वे इंग्लैंड की युवा टीम का हिस्सा हैं जिसकी उसकी विविधता के लिए सराहना होती है।
रविवार के मैच के बाद दक्षिण मैनचेस्टर के एक कैफे की दीवार पर बनी रशफोर्ड की तस्वीर को भी बिगाड़ा गया। ग्रेटर मैनचेस्टर पुलिस ने कहा कि वे नस्ली रूप से प्रभावित नुकसान की जांच कर रहे हैं जो घटना सुबह दो बजकर 50 मिनट पर हुई। मैनचेस्टर पुलिस के मुख्य निरीक्षक पॉल सेविल से कहा, ‘यह अपमानजनक बर्ताव है और इसे बिलकुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’