पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप लगातार अफगानिस्तान और तालिबान को लेकर वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन पर हमलावर हैं। काबुल धमाकों में 100 लोगों के जान गंवाने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार बाइडेन पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि अगर वह अमेरिका के राष्ट्रपति होते तो काबुल पर हमले नहीं होते। गौरतलब है कि अफगानिस्तान के हालात पर बोलते हुए ट्रंप पहले भी बाइडेन पर निशाना साध चुके हैं। तब उन्होंने पूछा था, ‘मुझे मिस कर रहे हो।’
कहा, शोकग्रस्त है अमेरिका
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति शुक्रवार को अपने देशवासियों को संबोधित कर रहे थे। इसी दौरान उन्होंने काबुल की घटना पर कहा कि यह दुखद घटना नहीं हुई होती, अगर वो अमेरिका के राष्ट्रपति होते। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र के तौर पर अमेरिका अपने बहादुर सिपाहियों की मौत पर शोकग्रस्त है। अफगानिस्तान में हुआ आतंकी हमला बहुत ही बर्बर है। उन्होंने इन बहादुर अमेरिकी सिपाहियों ने खुद को अपने फर्ज पर कुर्बान कर दिया। ट्रंप ने कहा कि इन सिपाहियों ने अपने देशवासियों को बचाने के लिए अपनी जिंदगी दांव पर लगा दी। उन्होंने अपनी जान दे देना कुबूल किया, लेकिन देशवासियों पर कोई आंच नहीं आने दी। अमेरिकी फौजियों को याद करते हुए ट्रंप ने कहा कि वह एक अमेरिकी हीरो की तरह शहीद हुए और देश उन्हें हमेशा याद रखेगा।
आईएसआईएस ने ली थी जिम्मेदारी
गौरतलब है कि गुरुवार को काबुल में हुए चार बम धमाकों में कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई। इस दौरान 143 लोग घायल भी हो गए। भीड़ से भरे काबुल एयरपोर्ट के बाहर हुए इस धमाके में 13 अमेरिकी सैनिक, जिसमें एक यूएस मरीन और एक डॉक्टर शामिल था, अपनी जान गंवा बैठे। इसके अलावा 18 अन्य सेवा सदस्य घायल भी हो गए। इस्लामिक स्टेट ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी। इस आतंकी संगठन ने उस सुसाइड बॉम्बर की तस्वीर भी जारी की थी, जिसने इस धमाके को अंजाम दिया था।