वाराणसी -:
अमन पूरी
लखीमपुर-खीरी प्रकरण को लेकर अखिलेश यादव की गिरफ्तारी के बाद पूरे पूर्वांचल भर के सपाइयों में आक्रोश है। सुबह से ही धरना प्रदर्शन की तैयारियों को लेकर आक्रोश के स्वर मुखर होते गए तो दिन चढ़ते- चढ़ते सपाइयों ने धरना प्रदर्शन कर किसानों की मौत और अपने नेता की गिरफ्तारी के विरोध में आक्रोश जताने जगह जगह एकत्र होकर प्रदर्शन करते नजर आए। मुख्यालय जहां प्रदर्शन कर रहे सपाइयों को पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए हटा दिया वहींं रीबू श्रीवास्तव समेत जिला और महानगर कार्यकत्ताओ ने पुलिस के सामने अपनी गिरफ्तारी देकर शीर्ष नेतृत्व को साथ खड़े रहने का स्पष्ट संदेश देते हुए पार्टी का परचम लहराया। वही जिला मुख्यालय पर धरना देने के लिए सुबह से ही सपा कार्यकर्ता जमा होने लगे। लखीमपुर खीरी की घटना के विरोध में सपा कर्यकर्ता धरने पर बैठ गए तो जिला मुख्यालय पर सपाइयों की जुटान दोपहर तक होती रही। पहले कार्यकर्ताओ ने जिलाधिकारी कार्यालय पर जाने की जिद की तो रोके जाने पर मुख्यालय स्थित गेट पर धरना देने बैठ गए। स यहरकार विरोधी नारे के साथ दोषियों को फांसी देने की मांग करते रहे। कार्यकतार्ओं का कहना है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया है जब तक उनकी रिहाई नही होती धरना चलता रहेगा। इसके बाद जिला मुख्यालय पर तनाव बढ़ गया तो सपाइयों की संख्या बढ़ने के साथ पुलिस मुस्तैद हो गई। पुलिस ने रास्ता खाली कर पुलिस लाइन में चल कर वार्ता करने का प्रस्ताव रखा। धरनारत सपाइयों को समझाने के लिए प्रभारी निरीक्षक अश्विनी पाण्डेय भी पहुंचे और सभी को रास्ता खाली करने का अनुरोध करते हुए समझाने की कोशिश की। इसके बाद सपाई नहीं माने तो पुलिस ने सख्ती की और सपा नेता रीबू श्रीवास्तव को हिरासत में ले लिया।दूसरी तरफ मैदागिन चौराहे पर सपा नेता किशन दीक्षित और ईशान श्रीवास्तव के नेतृत्व
में धरना दे रहे दर्जनों सपाइयो को पुलिस ने हिरासत मे लेकर कोतवाली थाने ले गयी ।
मुख्य रूप से किशन दिक्षित , ईशान श्रीवास्तव , रविकांत विश्वकर्मा , सन्दीप
मिश्रा , सत्यम श्रीवास्तव इत्यादि सैकड़ों लोग मौजूद रहे ।
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