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बिहार में शिक्षा मंत्री द्वारा शिक्षक नियोजन इकाइयों पर बड़ी कार्रवाई, नियुक्ति प्रक्रिया रद्द

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बिहार ——

जे.पी.श्रीवास्तव, बिहार

पटना:शिक्षक नियोजन में व्यापक गड़बड़ी की बात बिहार के शिक्षा मंत्री के संज्ञान में आते ही 400 शिक्षक नियोजन इकाइयों द्वारा जारी नियुक्ति प्रक्रिया को रद्द करते हुए जांच के आदेश दिये हैं। अब इन इकाइयों में नये सिरे से काउंसलिंग कराते हुए नियुक्ति की प्रक्रिया चलेगी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 5 से 12 जुलाई तक राज्य में प्रारंभिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिए अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग आयोजित की गई। काउंसलिंग द्वारा कुल 15836 शिक्षकों का चयन हुआ। चयनित शिक्षकों को बाद में नियुक्ति पत्र दिया जाना था। कुल 10229 पद चयन के लिए रिक्त रह गये थे।
काउंसलिंग द्वारा शिक्षकों के चयन में गड़बड़ी की शिकायत शिक्षा विभाग को बहुत जगहों से मिलनी शुरू हो गई। नियोजन इकाइयों ने शिक्षकों के चयन में पारदर्शिता नहीं बरती गई।मेधा सूची के निर्माण,योग्य अभ्यर्थियों को काउंसलिंग से वंचित कर देना आदि की शाकाएतें मिलने के बाद विभाग द्वारा इसकी समीक्षा कराई गई जिसमें गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ। तत्पश्चात शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी द्वारा 400 शिक्षक नियोजन इकाइयों द्वारा जारी नियुक्ति प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया। अब वहां नये सिरे से काउंसलिंग के माध्यम से शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।
इसमें पूरी पारदर्शिता बरतने का निर्देश विभाग द्वारा नियोजन इकाइयों को दिया जा रहा है।
जहां-जहां नियोजन इकाइयों द्वारा गड़बड़ी की गई है उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश संबंधित अधिकारियों को विभाग की ओर से दे दिया गया है। सरकार के इस फैसले से नियोजन इकाइयों में हड़कंप मचा हुआ है।
कुल 10229 पद खाली रह जाने के विषय में विभाग का कहना है कि एक-एक अभ्यर्थी कई-कई जगहों से आवेदन कर दिये थे;जबकि विभाग का स्पष्ट निर्देश था कि कोई भी अभ्यर्थी किसी एक जगह से ही आवेदन दे सकता है। काउंसलिंग के समय वैसे अभ्यर्थी किसी एक जगह पर ही पहुंचे, नतीजा यह हुआ कि अन्य जगहों का स्थान खाली रह गया। यही कारण बताया गया 10229 पद खाली रह जाने का। जिसे इसबार शुरू हो रहे काउंसलिंग में नियोजन इकाइयों द्वारा पूरा कर लिया जाएगा।
शिक्षा विभाग द्वारा दिए गए निर्देश के मुताबिक नये सिरे से नियोजन इकाइयों द्वारा काउंसलिंग के माध्यम से शिक्षकों का चयन किया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बार गड़बड़ी की शिकायत कहीं से नहीं मिले। शिक्षा मंत्री काफी अनुभवी और कुशल नेता हैं।उनकी पैनी नजर शिक्षक नियोजन इकाइयों के क्रियाकलापों पर है। आशा की जाती है कि एक कुशल शिक्षा मंत्री के रहते गड़बड़ी होने की संभावना नहीं रहेगी।