बिहार—-
जे.पी.श्रीवास्तव, बिहार
पटना:धन लोलुपता आदमी को कितना नीचे गिरा सकता है इसकी बानगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा की गई कार्रवाई से पता चलता है। पिछले दिनों इओयू द्वारा अवैध बालू खनन के कारोबार में सहयोगी अधिकारियों का खुलासा करते हुए सरकार को कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट सौंपी गई थी।
इसी रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए दो जिलों के एसपी सहित पांच अफसरों का तबादला कर दिया गया है। बताते हैं कि भोजपुर और औरंगाबाद के एसपी को वहां से हटाते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय में बुला लिया गया है। एक एसडीओ और दो जिलों परिवहन पदाधिकारियों को भी हटाया गया है।
भोजपुर और औरंगाबाद में तत्काल एसपी के पद पर वैकल्पिक व्यवस्था के लिए डीजीपी को अधिकृत किया गया है। इस आशय की अधिसूचना सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा जारी कर दिया गया है। बताया जाता है कि बालू के अवैध खनन-परिवहन में इन अधिकारियों की संलिप्तता उजागर होने के बाद इनपर कार्रवाई की गई है। डेहरी अनुमंडल के एसडीओ अनिल कुमार सिंह को पद से हटाते हुए सामान्य प्रशासन विभाग में पदस्थापन की प्रतीक्षा में रखा गया है।
औरंगाबाद तथा पटना के जिला परिवहन पदाधिकारी को भी पद से हटाया गया है। औरंगाबाद के डीटीओ अनिल कुमार सिन्हा और पटना के डीटीओ पुरुषोत्तम को सामान्य प्रशासन विभाग में योगदान करने का आदेश दिया गया है। देखना है कि अन्य अधिकारियों पर कबतक कार्रवाई की जाती है।
इस कार्रवाई से बिहार के अन्य अधिकारियों को क्या सीख मिलती है देखनेवाली बात होगी।