दिल्ली स्थित संजय गांधी एनीमल सेंटर कंप्लीट ओवरहॉलिंग के लिए एक अगस्त से बंद कर दिया जाएगा। पूर्व मंत्री और लोकसभा सांसद मेनका गांधी ने शनिवार को इस बारे में ट्वीट किया। इस सेंटर में एक कुत्ते को प्रताड़ित करने का वीडियो वायरल होने के बाद यह कदम उठाया गया है। इस एनीमल केयर सेंटर की स्थापना 1980 में की गई थी। सेंटर की वेबसाइट के मुताबिक इसकी स्थापना आस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स की मिसेज रूथ कॉवेल द्वारा संजय गांधी को लिखी वसीयत के मुताबिक की गई थी।
पांच जुलाई को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था। हालांकि वीडियो में यह स्पष्ट नहीं था कि यह कहां बनाया गया था, लेकिन दावों के मुताबिक यह संजय गांधी एनीमल सेंटर का था। शनिवार को जारी अपने बयान में मेनका गांधी ने स्वीकार किया कि यह वीडियो उनके ही सेंटर का है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस वीडियो को देखकर वह अंदर तक हिल गई हैं। मेनका गांधी ने कहा, ”इस घटना ने हम सभी को भीतर तक हिला दिया है। उन्होंने कहा कि हमने घटना को अंजाम देने वाले कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी है और वे गिरफ्तार भी कर लिए गए हैं। उस दौरान सेक्शन के इंचार्ज रहे डॉक्टर को भी नोटिस दे दिया गया है, हालांकि इतना पर्याप्त नहीं है।”
Poor Sick Dog Thrashed On Floor And Beaten On Mouth While The Staff Laughs???? I received a series of Horrifying videos today from an anonymous reporter about this brutality at Sanjay Gandhi Animal Hospital ???? Its tormenting to the soul to even watch it! @pfaindia @Manekagandhibjp! pic.twitter.com/Qoz4jS5Y0D
— कावेरी भारद्वाज ???????? (@TheDogMother_) July 5, 2021
मेनका गांधी ने कहा कि यह सेंटर कंप्लीट ओवरहॉलिंग होने तक बंद रहेगा।इस दौरान कोई नया जानवर रेस्क्यू नहीं किया जाएगा और सिर्फ यहां पहले से रखे गए जानवरों की ही देखरेख होगी। भाजपा सांसद ने कहा कि हम इस सेंटर को एक बार फिर पूरी तरह से तैयार करेंगे। इसके ढांचे पर तो काम होगा ही साथ ही स्टाफ को लेकर भी काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आंतरिक पॉलिसी और मैकेनिज्म की भी समीक्षा की जाएगी। साथ ही पूरा डॉग सेक्शन फिर से तैयार किया जाएगा।
यह था वीडियो में
वीडियो में दिखाया गया था है कि रेस्क्यू सेंटर के एक कमरे में देखरेख करने वाले कर्मचारी एक डॉग को जमीन पर पटक दिया जाता है। इसके बाद उसकी पिटाई भी की जाती है। इसके बाद आगे उस डॉग को लगी चोटों को दिखाया गया था।