तालिबान ने सोमवार को कहा कि वे जल्द ही अफगानिस्तान में एक नई सरकार की घोषणा करेगा। तालिबान ने इस बात से साफ इनकार किया कि सरकार गठन में देरी कट्टरपंथी इस्लामी समूह के भीतर असहमति के कारण हुई है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि कुछ तकनीकी चीजें बाकी हैं और फिर नई अफगान सरकार की घोषणा की जा सकती है। मुजाहिद ने कहा, “अंतिम निर्णय ले लिए गए हैं, हम अब तकनीकी मुद्दों पर काम कर रहे हैं। तकनीकी मुद्दों का समाधान होते ही हम नई सरकार की घोषणा करेंगे।”
पिछले सप्ताह की रिपोर्टों में कहा गया है कि तालिबान के दो वरिष्ठ नेताओं- समूह के सह-संस्थापक मुल्ला अब्दुल गनी बरादर और अनस हक्कानी के बीच सत्ता संघर्ष चल रहा है। बरादर और हक्कानी के बीच असहमति ज्यादातर इस बात को लेकर रही है कि समूह पंजशीर में प्रतिरोध बलों को कैसे संभालता है। खुद को अफगानिस्तान और पंजशीर को कवर करने वाले एक स्वतंत्र समाचार आउटलेट के रूप में दिखाने वाले- पंजशीर ऑब्जर्वर के एक अनवैरिफाइड ट्विटर हैंडल है ने कहा कि पिछले शुक्रवार को सुनाई दी गोलियों की आवाज तालिबान के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच की लड़ाई के चलते थी।
पंजशीर ऑब्जर्वर ने शनिवार को ट्वीट किया “काबुल में कल रात गोलियां तालिबान के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच सत्ता संघर्ष था। अनस हक्कानी और मुल्ला बरादर के प्रति वफादार बलों ने पंजशीर स्थिति को हल करने के तरीके पर असहमति पर लड़ाई लड़ी था। मुल्ला बरादार कथित तौर पर घायल हो गए थे और पाकिस्तान में उनका इलाज चल रहा है।”