बिहार—–
पटना: बिहार सरकार में जदयू विधायक गोपाल मंडल ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद पर बहुत गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उप मुख्यमंत्री को पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने जो आरोप लगाया है वह बेहद आपत्तिजनक है। दरअसल अपने बिगड़ैल बोल के चलते सुर्खियों में रहने वाले जदयू विधायक गोपाल मंडल आज फिर सुर्खियों में हैं।
उन्होंने कहा कि बीते दिनों उप मुख्यमंत्री भागलपुर आये पर उन्होंने गोपाल मंडल को तरजीह नहीं दी। यहां तक कि वे एलजेपी नेताओं के साथ घुमे पर पर उनको नहीं बुलाया। इसी के साथ उन्होंने भागलपुर में आकर वसूली करने का आरोप डिप्टी सीएम पर लगाया है। इस सनसनीखेज आरोप को लगाते हुए उन्होंने यहां तक कह डाला है कि तार किशोर प्रसाद भागलपुर में जिसके घर गये थे वहां से उन्होंने दो बैग में पहले से वसूल कर रखे गये 25-30 लाख रुपए ले गये हैं।
विधायक गोपाल मंडल ने कहा है कि हम कार्रवाई से नहीं डरते हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी अध्यक्ष हमें दल से निकालने की मांग कर रहे हैं। लेकिन हम बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मांग करते हैं कि डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद को पद से हटाया जाए।अपने को जदयू का सच्चा सिपाही बताते हुए उन्होंने कहा कि हम समता पार्टी के समय से साथ हैं। उन्होंने कहा कि हम जनता के साथ हैं और जनहित में काम करते हैं। कुर्सी बचाने के लिए राजनीति नहीं करते हैं।
विधायक गोपाल मंडल के इस तरह के बयान पर बीजेपी में बौखलाहट होना स्वाभाविक है। डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद के उपर गोपाल मंडल द्वारा लगाए गए आरपों पर बीजेपी की ओर से सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए गोपाल मंडल पर कार्रवाई की मांग की गई है। बीजेपी अध्यक्ष सहित कई मंत्रियों ने जेडीयू नेतृत्व से अपशब्द बोलने वाले ऐसे विधायक के विरुद्ध कार्रवाई की अपेक्षा की है। डॉक्टर संजय जायसवाल ने कहा कि जब हमारे दल के एक विधायक टुन्नाजी पाण्डेय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बोला था तब जदयू की तरफ से कार्रवाई की मांग की गई थी। इसका संज्ञान लेते हुए बीजेपी नेतृत्व ने तुरंत अपने विधानपार्षद टुन्नाजी पाण्डेय को पार्टी से निलंबित कर दिया था।
प्रदेश अध्यक्ष के अलावे मंत्री नीरज बबलू, सम्राट चौधरी, मंगल पाण्डेय ने कहा कि सभ्य समाज में इस तरह की बातों की इजाजत नहीं दी जा सकती। उन्होंने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि जदयू नेतृत्व इसका संज्ञान लेगी और कार्रवाई करेगी। हालांकि जेडीयू अपने विधायक पर कार्रवाई करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने कहा कि हमने जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा से इस मुद्दे पर बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
जे.पी.श्रीवास्तव,
ब्यूरो चीफ, बिहार।
