प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टोक्यो पैरालंपिक फाइनल में पहुंची टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविनाबेन पटेल को बधाई देते हुए कहा कि उनकी उपलब्धियों ने पूरे देश को प्रेरित किया है। भाविना पटेल ने टेबल टेनिस इवेंट में इतिहास रच दिया है। भारत की टेबल टेनिस खिलाड़ी भाविना ने टोक्यो पैरालंपिक खेलों के महिला सिंगल्स के क्लास-4 के फाइनल में जगह बना ली है। उन्होंने सेमीफाइनल में चीन की मियाओ झांग को 3-2 (7-11, 11-7, 11-4, 9-11, 11-8) से हराया। पटेल ने दुनिया की तीसरे नंबर की चीनी खिलाड़ी को हराकर टोक्यो पैरालंपिक के फाइनल में प्रवेश किया और यह कारनामा करने वाली वह पहली भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ी हैं।
बहुत-बहुत बधाई भाविना पटेल! आपने शानदार प्रदर्शन किया।
पूरा देश आपकी सफलता के लिए प्रार्थना कर रहा है और कल के मुकाबले में भी आपके साथ खड़ा रहेगा। आप बिना किसी दबाव के अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करें। आपकी खेल भावना हर किसी को प्रेरित करती है।#Paralympics
— Narendra Modi (@narendramodi) August 28, 2021
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, ‘ भाविना पटेल को बधाई। आपने शानदार खेल दिखाया। पूरा देश आपकी सफलता के लिए प्रार्थना कर रहा है और कल आपकी हौसलाअफजाई करेगा। बिना किसी दबाव के अपना बेस्ट प्रदर्शन करें। आपकी उपलब्धियों से पूरा देश प्रेरित होगा।’
Congratulations Bhavina Patel! You played excellently.
The entire nation is praying for your success and will be cheering for you tomorrow. Give your best and play without any pressure. Your accomplishments inspire the entire nation. #Paralympics
— Narendra Modi (@narendramodi) August 28, 2021
भविना अब बस गोल्ड मेडल जीतने से एक मात्र एक जीत दूर हैं। फाइनल में अब भविना का सामना चीन की ही एक और खिलाड़ी और वर्ल्ड-1 झोउ यिंग से होगा। फाइनल 29 अगस्त को सुबह 7:15 बजे से होगा। भविना इससे पहले, झांग के खिलाफ 11 मुकाबलों में भिड़ी थी, लेकिन वह अभी जीत दर्ज नहीं कर सकी थी। हालांकि आज उन्होंने पिछली सभी हार का बदला ले लिया।
12 साल की उम्र में पोलियो की शिकार हुई पटेल ने कहा, ‘ मैं खुद को दिव्यांग नहीं मानती। मुझे हमेशा से यकीन था कि मैं कुछ भी कर सकती हूं और मैने साबित कर दिया कि हम किसी से कम नहीं है और पैरा टेबल टेनिस भी दूसरे खेलों से पीछे नहीं है। मैंने चीन के खिलाफ खेला है और यह हमेशा कहा जाता है कि चीन को हराना आसान नहीं होता है। मैंने आज साबित कर दिया कि कुछ भी असंभव नहीं है। हम कुछ भी कर सकते हैं।’