बरगदवा बाजार/महराजगंज-::
लोगों ने बताया कि आप सल्लाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश की तारीख 12 रबीउल अव्वल 571 हिजरी पीर के दिन सुबह सादिक के वक़्त
शहर मक्का में हुआ था। मक्का सऊदी अरब में स्थित है।
आप सल्ल. के वालिद साहब का नाम अब्दुल्ला बिन अब्दुल्ल मुतलिब था और वालिदा का नाम आमना था। मोहम्मदﷺ. के वालिद का इंतकाल उनके जन्म के 2 माह बाद ही हो गया था। ऐसे में उनका लालन-पालन उनके चाचा अबू तालिब ने किया।
आप सल्ल. अलै. बचपन से ही अल्लाह की इबादत में लगे रहते थे। हज़रत मोहम्मद साहब पर जो अल्लाह की पवित्र किताब उतारी गई है, वह कुरआन है। नबूवत मिलने के बाद आप सल्ल. ने लोगों को ईमान की दावत दी। मर्दों में सबसे पहले ईमान लाने वाले सहाबी हज़रत अबूबक्र सिद्दीक रजि. रहे। बच्चों में हज़रत अली रजि. सबसे पहले ईमान लाए और औरतों में हजरत खदीजा रजि. ईमान लाईं।
वफात : 632 ईस्वीं, 28 सफर हिजरी सन् 11 को 63 वर्ष की उम्र में हज़रत मुहम्मद सल्ल. ने मदीना में दुनिया से पर्दा कर लिया। उनकी वफात के बाद तक लगभग पूरा अरब इस्लाम के सूत्र में बंध चुका था और आज पूरी दुनिया में उनके बताए तरीके पर जिंदगी गुजारने वाले लोग हैं। हज़रत मुहम्मद मोहम्मदﷺ पूरी दुनिया के लिए रहमत बनकर आए उनके निर्देश और शिक्षा इंसानों के लिए मार्गदर्शन है।
इसी लिए आज अपने नवी का जन्मदिन लोग बड़े धुम धाम से मनाते हैं