केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने शनिवार को कहा कि राज्य में कोविड-19 संक्रमण नियंत्रण की स्थिति में है। उन्होंने कहा कि ओणम त्योहार के बाद जैसा डर था वैसा नहीं हुआ और कोरोना के केसों में बड़े पैमाने पर बढ़ोतरी नहीं हुई है। सीएम ने कहा कि मरीजों की संख्या बढ़ने के बावजूद भी पिछले तीन हफ्तों के दौरान अस्पताल में भर्ती होने वाले संक्रमितों की संख्या में कमी आई है औऱ हालात जल्द ही स्थिर हो जाएंगे।
सीएम ने बताया कि मध्य अगस्त में हॉस्पीटलाइजेशन रेट 5.99 फीसदी थी लेकिन 28 अगस्त से 3 सितंबर के बीच यह दर 5.23 पर पहुंच गई। सीएम ने कहा, ‘ओणम के बाद हम डरे हुए थे लेकिन कोरोना के केसों में बढ़ोती नहीं हुई है। अस्पतालों में संक्रमितों के भर्ती होने की दर में गिरावट आई है। हाल ही में विशेषज्ञों के साथ बैठक में राज्य में कंटेन्मेंट रणनीति पर चर्चा हुई है।’ बता दें कि केरल सरकार ने 1 सितंबर को यह बैठक की थी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि नाइट कर्फ्यू और राज्य में रविवार को लॉकडाउन के नियम हालात के सामान्य होने तक जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य में वैक्सीन लेने के योग्य 75 प्रतिशत आबादी को वैक्सीन दी जा चुकी है। इसमें से 27.4 प्रतिशत लोगों ने वैक्सीन के दोनों डोज ले लिये हैं। यहां तक कि केंद्र सरकार ने वैक्सीन की कमी नहीं होने देने का भरोसा भी दिलाया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में ‘योद्धा बनें’ अभियान शनिवार को शुरू किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस अभियान का लक्ष्य तीसरी लहर की विभीषिका को कम करना और साथ ही टीकाकरण की गति को बढ़ाना है।
विजयन ने अभियान का लोगो जारी करते हुए कहा, ‘सभी को कोविड-19 से खुद को बचाना चाहिए। अभियान का उद्देश्य महामारी से लड़ने के लिए यह सुनिश्चित करना है कि सभी सही तरीके से मास्क पहनें, बार-बार साबुन, पानी या सेनिटाइजर से हाथ धोएं, सामाजिक दूरी के नियम का पालन करें और टीके की दोनों खुराक लें।’बाद में, मुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में रविवार को लॉकडाउन और रात्रि कर्फ्यू जारी रहेगा लेकिन आगे के लिए मंगलवार को होने वाली समीक्षा बैठक में फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा, ”हमें आशंका थी कि ओणम उत्सव के बाद केरल में मामलों में वृद्धि होगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इस अवधि में अस्पतालों में भर्ती होने वाले संक्रमितों की संख्या में भी वृद्धि नहीं हुई।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक-वास नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। उन्होंने कहा, ‘पुलिस सुनिश्चित करेगी कि जो संक्रमित हैं वे पृथक-वास में ही रहें, साथ ही देखेगी कि पृथक-वास की व्यवस्था क्या मरीज के घर में है या फिर उसे कोविड देखभाल केंद्र स्थानातंरित किया जाना चाहिए।’ विजयन ने बताया कि गत 24 घंटे के दौरान कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने वालों से 15,14,100 रुपये का जुर्माना वसूला गया है और 9,614 लोगों पर मास्क नहीं पहनने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। केरल में शनिवार को कोविड-19 के 29,682 नए मामले आए जबकि 142 और मरीजों की मौत दर्ज की गई।