गोरखपुर: एक अप्रैल से ह्वीकल स्क्रैपिंग पॉलिसी लागू होने से पहले ही आयु पूरी कर चुके वाहनों को कबाड़ (स्क्रैप) घोषित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। 31 मार्च तक उम्र पूरी कर चुके जिले के 255 सरकारी वाहन कबाड़ घोषित कर दिए जाएंगे। जिसमें 15 वर्ष की उम्र पूरी करने वाली रोडवेज की करीब 15 बसें भी शामिल हैं। परिवहन विभाग ने वाहनों को कबाड़ घोषित करने के लिए नोटिस भेजने की तैयारी शुरू कर दी है। शासन के निर्देश पर परिवहन निगम ने भी बसों को चिह्नित करना शुरू कर दिया है।
इतनी गाड़िया पूरी कर चुकी हैं उम्र
जनपद में 802505 निजी वाहनों में 175652 वाहनों की भी उम्र पूरी हो चुकी है। कामर्शियल कुल 56582 वाहनों में से 28869 भी अपनी आयु पूरी कर चुके हैं। उम्र पूरी कर चुके इन वाहनों पर भी नई ह्वीकल स्क्रैपिंग पालिसी की गाज गिरने की संभावना प्रबल हो गई है। उम्र पूरी करने के बाद भी स्वामियों ने इन वाहनों का पुन: पंजीयन नहीं कराया है। परिवहन विभाग इन वाहनों की सूची तैयार करने में जुट गया है।
दरअसल, अधिकतर वाहन स्वामी एक बार पंजीयन कराने के बाद वाहनों के फिटनेस और अभिलेखों के नवीनीकरण की प्रक्रिया को भूल जाते हैं। गाड़ी जबतक चलती है ठीक, नहीं तो दरवाजे पर खड़ी कर देते हैं। वाहनों की आयु सीमा 15 वर्ष निर्धारित है।
पुराने वाहनों के स्क्रैप पर नई की खरीद में मिलेगी टैक्स व रजिस्ट्रेशन में छूट
नई ह्वीकल स्क्रैपिंग पालिसी के अंतर्गत पुराने वाहनों को स्क्रैप कर बेचने के बाद नई खरीदने पर टैक्स और पंजीकरण में भी छूट मिलेगी। इसके लिए वाहन स्वामियों को रजिस्ट्रीयकृत यान स्क्रैपिंग सुविधा केन्द्र पर ही स्क्रैप की बिक्री करनी होगी। रजिस्ट्रीकृत यान स्क्रैपिंग सुविधा केंद्र से स्क्रैप कराने का प्रमाणपत्र मिलेगा, जिसे प्रस्तुत करने पर डीलर नए वाहनों की खरीद पर निर्धारित छूट उपलब्ध कराएंगे। गोरखपुर में रजिस्ट्रीयकृत यान स्क्रैपिंग सुविधा केन्द्र खोलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। होली से पहले एजेंसी नामित कर दी जाएगी।
गोरखपुर के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी संजय कुमार झा ने बताया कि एक अप्रैल 2023 से ह्वीकल स्क्रैपिंग पालिसी लागू होने की संभावना है। इसके तहत वाहनों को चिह्नित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। गोरखपुर में रजिस्ट्रीयकृत यान स्क्रैपिंग सुविधा केन्द्र खोलने की भी तैयारी चल रही है।