अफगानिस्तान में तालिबान राज के बाद बने नए हालात को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र हरकत में आ गया है। अफगानिस्तान मसले पर संयुक्त राष्ट्र 13 सितंबर को हाईलेवल बैठक करेगा। समाचार एजेंसी एएफपी के मुताबिक, संयुक्त राष्ट्र, अफगानिस्तान की गंभीर जरूरतों को उजागर करने और देश के लोगों की मदद के लिए अंतरराष्ट्रीय भागीदारों द्वारा आवश्यक तत्काल वित्तीय सहायता और कार्यों पर जोर देने के वास्ते 13 सितंबर को एक उच्च स्तर का मंत्रिस्तरीय कार्यक्रम आयोजित करेगा।
अफगानिस्तान एक अत्यंत विकट स्थिति में हैं और लंबे संघर्ष, गंभीर सूखे और कोविड-19 महामारी का सामना कर रहा है। यह स्थिति तब है जबकि देश की लगभग आधी आबादी यानी करीब 1.8 करोड़ अफगानियों को पहले से ही सहायता की आवश्यकता थी। संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि देश में जनवरी 2021 से 550000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं। प्रत्येक तीन में से एक अफगानी नागरिक संकट या आपातकालीन स्तर की खाद्य असुरक्षा का सामना कर रहा है और पांच वर्ष से कम उम्र के आधे से अधिक बच्चे भीषण कुपोषण की कगार पर हैं।
संयुक्त राष्ट्र ने एक बयान में कहा कि भयंकर सूखा मानवीय संकट को बढ़ा रहा है और आगामी सर्दियों में स्थिति अधिक कठोर होने की आशंका है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र, अफगानिस्तान के लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है और महासचिव संकटग्रस्त देश की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने हेतु 13 सितंबर को एक उच्च स्तर की मंत्रिस्तरीय मानवीय बैठक बुलाने के लिए जिनेवा की यात्रा करेंगे। उन्होंने बताया कि यह सम्मेलन वित्त पोषण में तेजी से वृद्धि की वकालत करेगा ताकि जीवन रक्षक मानवीय अभियान जारी रह सके तथा अफगानी नागरिकों तक आवश्यक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करने के लिए पूर्ण एवं निबार्ध मानवीय सहायता की अपील करेगा।