बिहार—-
जे.पी.श्रीवास्तव, बिहार
पटना:कहते हैं धन की पिपासा आदमी कितना नीचे गिरा देती है। इसका खुलासा आर्थिक अपराध इकाई, बिहार द्वारा अवैध बालू खनन के मामले की जांच के बाद गृह विभाग, बिहार को सौंपे गये रिपोर्ट से हुआ है।
आर्थिक अपराध इकाई ने अपने रिपोर्ट में अवैध बालू खनन के मामले में शामिल दो एसपी सहित ढाई दर्जन अफसरों को चिन्हित कर कार्रवाई की अनुशंसा की है। इनमें डीएसपी,एसडीओ,खनन एवं परिवहन विभाग के अफसर शामिल हैं।
गृह विभाग को रिपोर्ट मिलने के बाद इस पर कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। 18 इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टरों का तबादला कर उन पर कार्रवाई की जा रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस अवैध बालू खनन को परोक्ष या प्रत्यक्ष रुप से संरक्षण देने के मामले में 2 आइपीएस,2एसडीओ,4डीएसपी,18 इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर के अलावा राजस्व, परिवहन और खनन विभाग के अफसर शामिल पाये गये हैं। इस काम में कई सीओ भी शामिल बताये जाते हैं। ये सभी अफसर पटना, रोहतास, सारण, औरंगाबाद और भोजपुर में पदस्थापित हैं।
कहते हैं सरकार को बालू के अवैध खनन की जानकारी होने पर इसकी जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई को सौंपा गया था जिसने गहनता के साथ इसकी जांच की।
जांच के दौरान वहां तैनात महत्वपूर्ण अधिकारियों की भूमिका की जांच उनके द्वारा की गई। जांच के दौरान बड़े पैमाने पर इस काम पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी शामिल पाये गये।उन सभी पर कार्रवाई की अनुशंसा के आलोक में गृह विभाग ने पुलिस, प्रशासनिक, परिवहन, राजस्व एवं खनन विभाग को संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की सिफारिश कर दी है। संबंधित सभी अधिकारियों पर कभी भी गाज गिर सकती है।